बिलासपुर। 45 साल पहले वर्ष 1975 में देश में आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों पर कांग्रेस सरकार ने पाबंदी लगा दिया था। तब की परिस्थिति अलग थी। उस वक्त संघ की शाखाओं का संचालन बंद कर दिया था। इसके चलते संघ शिक्षा वर्ग भी नहीं लग पाया था। वर्ष 1977 से नियमित रूप से प्रत्येक वर्ष शिक्षा वर्ग की शिविर चलाई जा रही है। कोरोना संक्रमण के मौजूदा दौर में संघ मुख्यालय नागपुर से देशभर के संघ के पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर इस वर्ष शिविर का आयोजन न करने कहा गया है। मालूम हो कि प्रांतवार संघ की प्रथम और द्वितीय वर्ष शिक्षा वर्ग का आयोजन किया जाता है। 24 दिनों की शिविर आयोजित की जाती है। यह पूर्णत:आवासीय रहता है। इस दौरान संघ के सरसंघचालक से लेकर आला पदाधिकारियों का प्रवास होता है। प्रशिक्षण लेने वाले स्वयंसेवकों के बीच उनका संबोधन भी होता है। राज्य निर्माण के बाद से बिलासपुर में प्रथम वर्ष शिक्षा वर्ग का प्रतिवर्ष आयोजन किया जाता है। इस बार शिविर नहीं लगेगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जाता है।
45 वर्ष बाद एक बार फिर आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग में आई स्र्कावट